NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023 : ‘नो बैग डे’ राजस्थान शिक्षा विभाग की अनूठी पहल है जो विद्यार्थियों के चहुँमुखी विकास के लक्ष्य के साथ आनंददायी अधिगम की संभावनाओं को साकार करने के लिए वर्ष 2020 से लागू किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मंशा विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के दबाव परीक्षा के भय आदि से विमुक्त रखते हुए अधिगम की सकारात्मक, आनंददायी परिस्थितियाँ उपलब्ध करवाकर विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। इसी परिप्रेक्ष्य में राजस्थान में वर्ष 2020 से ‘नो बैग डे कार्यक्रम लागू किया गया जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय रहा है।

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पूर्व में प्रकाशित ‘NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023 / नो बैग डे निर्देशिका में वर्णित थीम के अतिरिक्त नए विषयों यथा- संविधान की प्रस्तावना एवं उद्देशिका का वाचन स्पर्श की पहचान सड़क सुरक्षा, से ‘नो टू टोबेको, व्यक्तित्व विकास आदि का समावेश कर निर्देशिका को अद्यतन करना प्रासंगिक एवं आवश्यक है। नवीन संदर्शिका में कुछ नई जोड़ी गई थीम आधारित अधिगम विद्यार्थियों को अपने परिवेश के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ विद्यार्थियों में दायित्व बोध बढ़ाने तथा उन्हें सभ्य एवं जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में प्रभावी कदम सिद्ध होगा। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

आनंददायी एवं दबाव मुक्त शिक्षण गतिविधियों के माध्यम से अनौपचारिक परिवेश में सहजता से सीखा हुआ ज्ञान स्थाई एवं सुदृढ़ रहता है। अतः यह कार्यक्रम शिक्षाशास्त्र एवं राज्य की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा प्रदान करने वाला होगा।

इस महनीय कार्यक्रम की सफलता इसकी सुव्यवस्थित क्रियान्विति पर निर्भर रहेगी मुख्य रूप से संस्थाप्रधानों, शिक्षक साथियों एवं विद्यार्थियों की समर्पित निष्ठा पर निर्भर करेगी। हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप सभी विभाग की मंशा अनुसार इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय एवं सतत् सहयोग प्रदान कर राजस्थान के शैक्षिक परिदृश्य को नई ऊँचाइयों पर ले जाएँगे ।

NO BAG DAY ACTIVITY NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023
NO BAG DAY ACTIVITY

बाल संसद जानें : संरचना और दायित्व

द्वितीय शनिवार 09/09/23 NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

भाषा कौशल विकास एवं मूल्यपरक शिक्षा NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

  1. विद्यार्थियों का शब्द कोश विकसित करना।
  2. नए शब्दों की पहचान करना।
  3. लोगों से किसी भी चयनित भाषा में संवाद स्थापित करना।
  4. पठन, लेखन एवं चिंतन के कौशल विकसित करना।

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‘नो बैग डे’ कार्यक्रम

शनिवारीय समय सारणी

क्र. सं.गतिविधि का नामसमय
1.संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों का पठन (दैनिक गतिविधि)1/2 घंटा
2.थीम आधारित गतिविधि – 12 घंटे
3.थीम आधारित गतिविधि – 22 घंटे

वर्ग : कक्षा 01 से 05

Be Smart (विद्यालयों में व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम)

समूह 1 अंकुर (कक्षा 1-2) एवं समूह – 2 प्रवेश (कक्षा 3-5)

गतिविधि का नाम :- ”वर्ड इन द वॉक्स” समय :– 2 घंटे
आवश्यक सामग्री :– पेपर चिट और डिब्बा।

गतिविधि के चरण :- NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

  • शिक्षक अपनी कक्षा के विद्यार्थियों के अनुसार पेपर चिट बनाएँ।
  • हर एक पेपर चिट पर अंग्रेजी का एक शब्द लिखे जैसे:- mango, banana, fan, colour, table, chair, village, tree, etc.
  • शिक्षक इन सभी चिटों को एक बॉक्स में डाल दे।
  • उस बॉक्स में से सभी विद्यार्थियों से एक-एक चिट उठाने को कहे।
  • विद्यार्थियों से उस चिट पर दिये शब्द के बारे में विस्तार से बताने को कहे ।
  • विद्यार्थी अंग्रेजी या हिंदी जिस भाषा में वो सहज है, उस भाषा में उसे शब्द के बारे में बताने
    को कहे। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

सीखने के प्रतिफल

विविध उद्देश्यों के लिए अपनी भाषा अथवा / और स्कूल की भाषा का इस्तेमाल करते हुए बातचीत करना सीखेंगे।
अपनी बात खुल कर कह सकने, अपने निजी अनुभव साझा करने का कौशल सीख सकेंगे। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023


बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी


भाषा कौशल विकास एवं मूल्यपरक शिक्षा

गतिविधि का नाम :- ”कविता के माध्यम से सहानुभूति पूर्ण भावनात्मक विकास” समय :– 2 घंटे

समूह 1 अंकुर (कक्षा 1-2)
आवश्यक सामग्री :– कुर्सी मेज, अखवार, कार्टून चरित्र का मुखौटा या फ़ैन्सी ड्रेस (यदि संभव हो )

गतिविधि के चरण :-

  • शिक्षक हाव-भाव के साथ कविता वाचन करेगा एवं विद्यार्थी उसे दोहराएँगे:

एक दिन देखा बिल्ली मौसी को,
भुख-प्यास से व्याकुल
किसको खाऊँ किसको खाऊँ?
म्याऊँ म्याऊँ म्याऊँ।
एक दिन देखा कौवे राज को,
भूख-प्यास से व्याकुल
क्या खाऊँ, क्या खाऊँ?
काँव-काँव-काँव ।

  • शिक्षक विद्यार्थियों से प्रश्न पूछ कर उनके मनोभाव जान सकेंगे।

बिल्ली को किस-किस ने देखा है?
भूखी बिल्ली आपके पास आएगी तो आप क्या करेंगे?
और कौन-कौन से जानवर आपने आस-पास देखे हैं?

कौवे को आपने कहाँ-कहाँ देखा है ?
आपको कौवे की आवाज कैसे लगती है और क्यों?
आपने किन-किन पक्षियों की आवाज सुनी है?

इस बातचीत के दौरान शिक्षक विद्यार्थियों द्वारा बताए जाने वाले जानवरों और पक्षियों के नाम अलग-अलग कॉलम में नोट करते जाएँ तथा इस वर्गीकरण पर बात करते हुए विद्यार्थियों द्वारा बताए गए प्रत्येक नाम का विद्यार्थियों से दोहरान कराएँ। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

सीखने के प्रतिफल

विद्यार्थी अपने आस-पास के पशुओं व पक्षियों से संबंधित शब्दकोश विकसित कर सकेंगे। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

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वर्ग : कक्षा 06 से 08

Be Smart (विद्यालयों में व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम)

गतिविधि का नाम :- ‘सुने और अपनी बात कहें’ समय :– 2 घंटे
आवश्यक सामग्री :– कागज़ की पर्चियाँ, बाउल, खिलौना माइक, समय-प्रबंधन के लिए घड़ी इत्यादि।

गतिविधि के चरण :-

  • अभ्यास प्रारंभ करने के लिए एक, दो, तीन, चार कोने बनाएँ।
  • शिक्षक एक कथन पढ़े और वे चार विकल्प बताएँ जिनका अनुसरण करना है।
  • प्रत्येक वैकल्पिक उत्तर किसी एक कोने को व्यक्त करता है।
  • चौथा विकल्प एक खुले कोने के रूप में होगा ।
  • वे विद्यार्थी जो अन्य विकल्पों से सहमत नहीं होते हैं वे खुले कोने में खड़े हो सकते हैं और अपना स्वयं का उत्तर दे सकते हैं।
  • प्रत्येक कथन के बाद सहभागियों को कारण पूछे जाएँ कि उन्होंने कोई खास विकल्प क्यों चुना?
  • विद्यार्थी इसका जवाब बोलकर और लिखकर दोनों तरीके से दे सकते हैं। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

सीखने के प्रतिफल

विद्यार्थियों में प्रभावी संवाद कौशल का विकास होगा। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023


भाषा कौशल विकास एवं मूल्यपरक शिक्षा

गतिविधि का नाम :- ‘साहसिक घटना पर अंग्रेजी फिल्म” समय :– 2 घंटे
आवश्यक सामग्री :– कागज़ की पर्चियाँ, बाउल, खिलौना माइक, समय-प्रबंधन के लिए घड़ी इत्यादि।

गतिविधि के चरण :-

  • विद्यार्थियों को LED/TV पर वेब सीरीज / डाक्यूमेंट्री आदि दिखाई जाएगी।
  • फिल्मों में आए कठिन शब्दों के अर्थ एवं उच्चारण को शिक्षक द्वारा बताया जाएगा।
  • फिल्म के दौरान शिक्षक द्वारा घटनाओं से जुड़े कुछ लघु प्रश्न पूछे जाएँगे ताकि विद्यार्थियों के द्वारा चर्चा में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
  • इस प्रकार शब्द संग्रह, वाक्य रचना कौशल, उच्चारण कौशल को विकसित किया जा सकता है। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

सीखने के प्रतिफल

विद्यार्थियों में सुनने, देखने की क्षमता के साथ-साथ अपनी समझ को संगृहीत करने की क्षमता का विकास होगा।

बैग फ्री सैटरडे कालांश वार नो बैग डे – शिक्षा में नई चेतना की ओर एक कदम


वर्ग : कक्षा 0 9 से 12

Be Smart (विद्यालयों में व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम)

गतिविधि का नाम :- ”रोल-प्ले” समय :– 2 घंटे
आवश्यक सामग्री :– कुर्सी मेज, अखवार, कार्टून चरित्र का मुखौटा या फ़ैन्सी ड्रेस (यदि संभव हो )

गतिविधि के चरण :-

विद्यार्थियों को अलग-अलग स्थितियों की पर्चियाँ दें और अपने दोस्तों के साथ बारी-बारी से उनका अभिनय करने को कहें। जैसे-

  • एक पसंदीदा कार्टून चरित्र एक खिलाड़ी का साक्षात्कार ले रहा है।
  • एक विद्यार्थी दूसरे विद्यालय के बच्चे का साक्षात्कार ले रहा है।
  • एक बालक ने अपने राज्य में टॉप किया है उसके साथ साक्षात्कार|
  • बैटमैन और सुपरमैन के बीच बातचीत ।
  • एक अंतरिक्ष यात्री और एक एलियन के बीच बातचीत। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

सीखने के प्रतिफल

  • विद्यार्थियों में समालोचनात्मक चिंतन कौशल का विकास होगा।
  • विद्यार्थियों में प्रभावी संवाद कौशल का विकास होगा। NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023

भाषा कौशल विकास एवं मूल्यपरक शिक्षा

गतिविधि का नाम :- ”जीवनी वाचन” समय :– 2 घंटे
आवश्यक सामग्री :– कुर्सी मेज, अखवार, कार्टून चरित्र का मुखौटा या फ़ैन्सी ड्रेस (यदि संभव हो )

गतिविधि के चरण :-

  • विद्यार्थी बारी-बारी से अपने आदर्श महापुरुषों की जीवनी का वाचन तीन-तीन मिनट के लिए करेगा।
  • शिक्षक सभी महापुरुषों के कार्यों को समेकित करेंगे।

सीखने के प्रतिफल

  • विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों पर समझ विकसित होगी।
  • विद्यार्थियों को महापुरुषों की जीवनी पढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। :
  • विद्यार्थियों में अभिव्यक्ति कौशल का विकास होगा।
  • विद्यार्थियों में वाचन कौशल की क्षमता का विकास होगा।
  • विद्यार्थियों के शब्दकोश में वृद्धि होगी । NO BAG DAY ACTIVITIES SEPTEMBER 2023


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बाल संसद जानें : संरचना और दायित्व

बाल संसद जानें : संरचना और दायित्व

Know Childrens Parliament: Structure and Responsibilities Bal Sansad: Structure and Responsibilities / बाल संसद जानें : संरचना और दायित्व :- प्राथमिक विद्यालयों में बाल संसद का गठन बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु किया जाता है, एवं उसे सक्रिय रखने के लिए अध्यापकों के द्वारा प्रयास किया जाता है, तथा विद्यालय के विभिन्न कार्यों के संचालन में बच्चों की सक्रिय सहभागिता ली जाए ,बच्चों में उनकी जिम्मेदारियों को पूर्ण करने समय-समय पर उनके कार्यों का अवलोकन विश्लेषण सहयोग सुनिश्चित किया जाए। BAL SANSAD

“स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय” के अन्तर्गत समस्त राजकीय विद्यालयों में बालक-बालिकाओं पृथक-पृथक शौचालय सुविधा करवाई जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र के समस्त विद्यालयों में उपलब्ध शौचालय एवं पेयजल सुविधाओं की साफ-सफाई एवं रख-रखाव हेतु रू. 500 रूपये प्रतिमाह की दर से 5000 रूपये प्रतिवर्ष (10 माह हेतु) स्वच्छता अनुदान दिया गया है। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities . BAL SANSAD

Bal Sansad: Structure and Responsibilities

Bal Sansad: Structure and Responsibilities

विद्यालयों में शौचालय एवं पेयजल सुविधा की साफ-सफाई एवं रख-रखाव तथा बालक बालिकाओं में स्वच्छता एवं स्वास्थ्यप्रद आदतों के विकास के लिए नियमित रूप से निम्नांकित गतिविधियों का संचालन किया जावें :-

  1. प्रार्थना सत्र में नियमित रूप से स्वच्छता एवं स्वास्थ्यप्रद आदतों की जानकारी शिक्षकों द्वारा छात्र – छात्राओं को दी जावें ।
  2. सप्ताहिक रूप से प्रार्थना सत्र के उपरान्त बालक बालिकाओं में स्वच्छता की आदतों का परीक्षण किया जावे यथा नाखून, शरीर की सफाई, गणवेश की स्वच्छता आदि ।
  3. विद्यालय में दर्पण लगवाया जाये, जिससे विद्यार्थी विद्यालय में आने के उपरान्त अपनी गणवेश एवं बालों आदि को व्यवस्थित कर सके ।
  4. मिड-डे मिल से पूर्व आवश्यक रूप से सभी विद्यार्थीयों को साबुन से हाथ धोने की,, व्यवस्था करें। भोजन बनाने से पूर्व सम्बन्धित व्यक्तियों द्वारा आवश्यक रूप से साबुन से हाथ धोये जावे।
  5. विद्यालय में शौचालय, पेयजल परिसर कक्षा-कक्ष, बरामदा साफ-सफाई एवं रख-रखाव की की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
  6. विद्यालयों के शौचालयों में रनिंग वाटर अथवा छोटी टंकी से पानी की व्यवस्था की जावें ।
  7. विद्यालय की दैनिक गतिविधियों में विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए बाल संसद का गठन कर उन्हें कार्यो का दायित्व सौपा जावें ।
  8. प्रत्येक कक्षा का एक स्वच्छता मोनिटर मनोनीत किया जाए एवं प्रतिमाह नए बालक/बालिका को मोनिटर बनाया जाए।
  9. विद्यालय के मिड-डे-मील प्रभारी शिक्षक को ही शाला स्वच्छता एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रभारी शिक्षक मनोनीत किया जाए।
  10. विद्यालय भवन / सूचना पट्ट पर विद्यालय परिसर एवं शौचालय के सफाईकर्मी का नाम एवं मोबाईल नम्बर आवश्यक रूप से अंकित किया जाए।

बाल संसद क्या हैं ?

बाल संसद विद्यालय के बच्चों का एक मंच होगा जहां वे अपने विद्याल, समाज, परिवार, स्वास्थ्य, शिक्षा और अपने अधिकारों की बात खुल कर कह सकेंगे। बाल संसद क्यों। बच्चों का एक ऐसा मंच प्रदान करना, जहां वे अपने विचार रख सके और विद्यालय के प्रबंधन और विकास में भागीदार बन सके। बच्चों में जीवन कौशल का विकास करने के लिए। जैसे-तत्व क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता और संप्रेषण क्षमता अर्थात् बच्चों के सम्पूर्ण व्यिक्तित्व का विकास करने के लिए। विद्यालय को आनंददायी, सुरक्षित और साफ-सुथरा रखने के लिए। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities Bal Sansad: Structure and Responsibilities

Know Childrens Parliament: Structure and Responsibilities Bal Sansad: Structure and Responsibilities / बाल संसद जानें : संरचना और दायित्व
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बाल संसद के गठन की प्रक्रिया

विद्यालय मे नामंकित बच्चों में से चुनाव प्रक्रिया के द्वारा एक प्रधानमंत्री चुना जाये। कक्षा 3 से 5 या 8 तक 35 छात्र-छात्राओं का स्वच्छता स्काउट के रूप में चयन कर 5-5 स्वच्छता स्काउटों की 6 दल ( दल 5×6=30) बनाकर उनमें से एक-एक दल नायक चुनेंगे। दल नायक पूरे दल का नेतृत्व करेगा। प्रत्येक दल का एक-एक प्रभारी अध्यापक होगा। जहाँ पर अध्यापक कम होगें वहाँ दो तीन दलों को मिलाकर प्रभारी बनाया जा सकता है। यहाॅ बालिकाओं की भागीदारी निश्चित अनुपात में अवश्य हों।

बाल संसद की संरचना

बाल संसद का गठन के निम्नलिखित प्रक्रिया है Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities / Bal Sansad: Structure and Responsibilities :-

  1. विद्यालय में सभी बच्चों की एक सभा बुला कर उन्हें वर्गवार बैठाएं।
  2. बाल संसद के गठन के पूर्व संयोजक शिक्षक द्वारा बाल संसद के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया जाएगा।
  3. सभी बच्चों की सभा एक प्रधानमंत्री और उप-प्रधानमंत्री का चुनाव करेगी। दोनों पदों में से कोई एक पद लड़की के द्वारा भरा जाएगा।
  4. प्रधानमंत्री और उप-प्रधानमंत्री के चुनाव के बाद सभी वर्गा को पांच समूहों में बांटा जाएगा। बांटने की प्रकिया इस प्रकार से होगी-उपस्थिति पंजी के अनुसार सभी बच्चों को, जैसे क्रमांका, पहला समूह, क्रमांक 2. दूसरा समूह आदि रखते हुए पांच समूहों में बांटा जाएगा।
  5. पांचों समूहों के नाम, महापुरूष, नदियों, फलों, पहाडों आदि के नाम पर रखे जा सकते है।
  6. सभी समूहों को अलग-अलग बैठा कर हर समूह को एक मंत्री और एक उप मंत्री चुनने के लिए कहा जाएगा। प्रत्येक समूह से एक लड़का और एक लड़की मंत्री और उप मंत्री की जिम्मेवारी संभालेंगे।
  7. इसके बाद सभी मंत्री और उप मंत्री की बैठक प्रधानमंत्री द्वारा बुलायी जाएगी और चुने गए मंत्रियों के बीच दायित्वों का बटवारा होगा।
  8. बाल संसद का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। शैक्षणिक वर्ष के प्रथम माह में इसका गठन अनिवार्य रूप से कर लिया जाएगा।

Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities / Bal Sansad: Structure and Responsibilities

बाल संसद का स्वरूप

प्रधानमंत्री एवं उप-प्रधानमंत्री के अलावा बाल संसद में 12 मंत्री होंगे, जिनका विवरण निम्नवत है-

  1. शिक्षा मंत्री
  2. उप शिक्षा मंत्री, जिसे मीना मंत्री कहा जाएगा (इस पद पर कोई लड़की ही होगी)
  3. स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मंत्री
  4. उप स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मंत्री
  5. जल एवं कृषि मंत्री
  6. उप जल एवं कृषि मंत्री
  7. पुस्तकालय एवं विज्ञान मंत्री
  8. उप पुस्तकालय एवं विज्ञान मंत्री
  9. सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री
  10. उप सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री
  11. बाल सुरक्षा मंत्री
  12. बाल उप सुरक्षा मंत्री
    इस प्रकार बाल संसद में 14 सदस्य हांगे, जिसमें 7 उप मंत्री, एक प्रधानमंत्री और एक उप प्रधानमंत्री होंगे। Bal Sansad: Structure and Responsibilities

मंत्रिमंडल के कार्य एवं दायित्व

प्रधानमंत्री द्वारा प्रत्येक दल के दलनायक को निम्नानुसार विभाग सौपकर कार्यो का दायित्व सौपेगें। बाल संसद मंत्री मंडल में जितने भी मंत्री होते हैं सभी का कार्य और दायित्व बटा हुआ है। सब अपने अपने कार्य को अंजाम देते हैं अपने दायित्व का भली-भांति निर्वहन करते हैं। आइए हम एक-एक करके जानते हैं Bal Sansad: Structure and Responsibilities सभी मंत्रियों के बारे में …

प्रधानमंत्री/उप प्रधानमंत्री के कार्य एवं दायित्व

  • प्रत्येक 15/30 दिनों पर मंत्रियों की बैठक बुलाना और 3 महीनों में एक आम बैठक कना, जिसमें विद्यालय के सभी बच्चे भाग लेंगे। इस बैठक में पिछले कार्यों पर चर्चा करेंगे और आगे की योजनाएं बनाएगें।
  • सभी मंत्रियों के कार्यो की समीक्षा करना और उपयोगी निर्णय लेना।
  • विद्यालय शिक्षा समिति और माता समिति की बैठक में बाल संसद द्वारा उठाए गए मुददे को (जिसका संबंध समिति से है) रखना और समिति से समाधान हेतु आग्रह करना।
  • बैठक की उपस्थिति पंजी बना कर प्रत्येक बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्यों का हस्ताक्षर करवाना, उपलब्धियों की सूची बनाना और आगे की योजनाएं बनाना। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  • समूह के दिनवार कार्यो का बंटवारा करना और समूह को सूचना देना। जैसे-सोमवार को विरसा समूह द्वारा सफाई कार्य, मंगल पांडे समूह द्वारा बागवानी कार्य करेंगे, आदि।
  • विद्यालय में संसद का एक सूचना पट, स्वच्छता मॉनिटरिंग बोर्ड लगवाना। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities
  • शिक्षकेतर गतिविधियों में सभी बच्चों को समान रूप से भागीदार बनाना।
  • विशेष अवसरों पर विद्यालय में और विद्यालय से बाहर समारोह आयोजित करना। विद्यालय शिक्षा समिति की सहायता से शिक्षण अधिगम सामग्री, खेल सामग्री, प्राथमिक उपचार किट, बुलेटिन बोर्ड, गमला आदि की व्यवस्था करना।
  • प्रधानमंत्री की समिति के द्वारा अपने कार्यों की प्रगति बताना।
  • विशिष्ट व्यक्तियों के विद्यालय आने पर उन्हें बाल संसद के सदस्यों से मिलवाना।
  • यह देखना कि सभी मंत्री,उप मंत्री और मॉनिटर अपने-अपने बैज रोज लगाएं। उप प्रधानमंत्री का दायित्व प्रधान मंत्री को सहयोग करना और प्रधनमंत्री की अनुपस्थिति में प्रधानमंत्री के सभी कार्य को करना।

शिक्षा मंत्री के कार्य एवं दायित्व

  1. शिक्षा मंत्री शिक्षक और विद्यालय शिक्षा समिति को बालपंजी तैयर करने/अद्यतन करने के लिए सूचना हासिल करवाना। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  2. बच्चों की सहायता से अनामांकित बच्चों और लगातार विद्यालय नहीं आने वाले बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का प्रयास करना।
  3. ऐसे बच्चों की सूची बना कर बच्चों के बीच नामांकन का लक्ष्य देना ।
  4. उनके नाम विद्यालय में लिखने की कोशिश करना। सभी वर्ग कक्ष को आकर्षक बनवाना। इसके लिए गुलदस्ते,टी०एल०एम० आदि की मदद ली जा सकती है।
  5. सभी वर्ग कक्ष में बच्चों के लिए कए अधिगम कोना, यानि सीखने हेतु कार्य करने के लिए स्थान बनवाना, जिसमें पुस्तकालय की पुस्तकें या बच्चों के द्वारा तैयार सामग्री रखी जाए। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  6. सभी बच्चों को घर पर पढ़ने के लिए प्रेरित करना। इसके लिए बच्चों के पिता, अभिभावक और माता समिति से बात की जा सकती है। वर्ग कक्ष में विकलांग बच्चों को समान अवसर उपलब्ध करवाना। जैसे उनके बैठने की उचित व्यवस्था करना बच्चों को उनके साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करना और उनके साथ दोस्तों की तरह पेश आना।
  7. शिक्षक को शैक्षिक कार्य (पढ़ाने,लिखाने, सिखाने) में सहयोग करना, जैसे शिक्षक की गैरहाजिरी में बड़ी कक्षा के बच्चों से छोटी कक्षा में पठन कार्य करवाना। बच्चों को समूह मेंएक दूसरे की सहायता से पढ़ाई-लिखाई करवाने की कोशिश करना।
  8. सूचना पट पर आज का विचार लिखना। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities
  9. उप शिक्षा मंत्री/मीना मंत्री (लड़की के द्वारा ही भरा जाए) हर वर्ग से एक लड़की मीना मंत्री को मीना गतिविधि संचालित करने में मदद करेगी। वर्ग कक्ष के मॉनिटर एवं सह मॉनिटर की सहायता से प्रत्येक महीने में बच्चों की उपस्थिति का चार्ट तैयार करवाएगी।
  10. 20 या उससे अधिक दिनों तक उपस्थित होने वाले बच्चों को दीन स्टार, 15-20 दिन उपस्थित होने वाले को पीला स्टार दिया जाएगा। प्रत्येक कक्षा में जिस बच्चे की साल में सबसे अच्छी उपस्थिति रहे. उसे वर्ष के अंत में इनाम भी दिया जा सकता है। शिक्षा मंत्री के कार्यों में सहायता करना

स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मंत्री / उप स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मंत्री के कार्य एवं दायित्व

  • Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities बच्चों की सहायता से पूरे विद्यालय परिसर की सफाई करवाना।
  • मंत्री का दायित्व होगा कि वे समूह के बच्चों में कार्य का बँटवारा पूर्व से कर दें जैसे वर्ग कक्ष की सफाई में कौन-कौन होंगें परिसर की सफाई में कौन-कौन होंगे। शौचालय की सफाई में कौन-कौन होंगे।
  • दायित्व बँटवारे की सूचना, संसद के सूचना पट पर कर दी जाए। सप्ताह में एक बार या पंद्रह दिन में एक बार वर्ग कक्ष की धुलाई करवाना। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  • कक्षा 1 से 8 के प्रत्येक बच्चों को प्रतिसप्ताह, मध्यान भोजन उपरान्त आयरन की एक गोली देने की व्यवस्था करवाना। (कक्षा 1 से 5 तक गुलाबी एवं कक्षा 6 से 8 के बच्चों को नीली आयरन की गोली दी जाएगी ।)
  • प्रत्येक दिन किसी खास समूह के द्वारा प्रत्येक कमरे में पोंछा लगवाना वर्ग कक्ष में एवं परिसर में जगह-जगह पर कूड़े दान को रखना / रखवाना ।
  • शौचालय के पास टंकी / बड़ी बाल्टी (प्लास्टिक की) में जल प्रतिदिन बच्चों के द्वारा रखना। बच्चों के कपड़े / नाखून / दाँत / बाल / शरीर की जाँच करना एवं उन्हें साफ रखने की आदत डलवाना और सप्ताह में एक बार विद्यालय स्वच्छता मॉनिटरिंग बोर्ड पर पूरे विद्यालय की स्थिति को लिखवाना।
  • स्वच्छता सामग्री को उचित स्थान पर रखना और बच्चों को इसके उपयोग की आदत डलवाना।
  • प्राथमिक उपचार किट्स (कँची / बैंडेज / टिंक्चर आदि) को ठीक से रखना ।
  • शौचालय के पास साबुन रखना / रखवाना और बच्चों में प्रयोग की आदत डलवाना ।
  • टिफिन / मध्याह्न भोजन के समय हाथ साफ कर भोजन करने की आदत बच्चों में डालना।
  • सभी बच्चों का हेल्थ कार्ड तैयार करवाना और उसे बाँटना इसके लिए समय-समय पर आस-पास के चिकित्सकों की मदद ली जा सकती है।
  • बच्चों को शौचालय इस्तेमाल करने का तरीका बताना, ताकि शौचालय इस्तेमाल करने वाले सभी बच्चे शौच के पहले एवं बाद में उसकी सफाई करने की आदत डालें और अपने परिवार में भी लोगों से ऐसा करने को कहें।
  • विद्यालय में सूई धागा और बटन की व्यवस्था रखना, ताकि बच्चों के कपड़े सही-सलामत रहें। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  • उप स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मंत्री का दायित्व मंत्री के कार्यों में सहयोग और मंत्री के अनुपस्थित रहने पर सभी कार्य निपटाना ।

जल एवं कृषि मंत्री/उप जल एवं कृषि मंत्री के कार्य एवं दायित्व

  1. विद्यालय में पेड़-पौधे लगाना/लगवाना और पेड़ों और छोटी झाड़ियों की सहायता से घेराबंदी करवाना, ताकि विद्यालय हरा-भरा रहे। Bal Sansad: Structure and Responsibilities
  2. हर विद्यालय में एक बगान होना चाहिए। बगान का हर एक भाग एक वर्ग कक्ष के जिम्मे देना।
  3. फूलों की क्यारी बच्चों से बनवाना और प्रत्येक बच्चे अपने लगाए पौधों की देख-रेख करने हेतु बल देना। पुरानी इमारतों की ईंटों का उपयोग क्यारी बनाने में किया जा सकता है। क्यारी की ईंटों को रंगवाना।
  4. बौस और टहनियों की मदद से घेरा बनाकर वृक्षारोपण करना। अलग-अलग वर्गों के बीच विद्यालय को बाँट कर उसकी साफ-सफाई और सौंदर्याकरण की प्रतियोगिता आयोजित करवाना है। प्रत्येक माह में सबसे अच्छे काम करने वाले समूह के नाम की घोषणा कर उसे अंक देकर साल के अंत में इन अंकों के आधार पर समूह को इनाम दिया जा सकता है।
  5. इस कार्य में शिक्षक/विद्यालय शिक्षा समिति से मदद ली जा सकती है। उनसे पौधा उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया जा सकता है। बागवानी हेतु प्रयोग में आने वाली सामग्री को सुरक्षित रखना।
  6. सभी वर्ग कक्ष के सामने पेयजल घड़ा/बाल्टी में रखना और उससे से पानी निकालने एवं पीने के बर्तन भी रखना।
  7. पेयजल के पास सफाई का पूरा ध्यान रखना। समिति के सहयोग से चापाकल का चबूतरा बनवाना और सोख्ता का निर्माण करना/करवाना। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities
  8. जिस विद्यालय में घेराबंदी न हो, उसके लिए विद्यालय शिक्षा समिति से आग्रह करना/करवाना। जहाँ बागवानी की जगह न हो, वहाँ यथासंभव गमले में फूल लगाना/लगवाना।
  9. उपयोग किये जा चुके/गंदे जल से बगीचे का पटवन किया जा सकता है। उप मंत्री का दायित्व मंत्री के कार्यों में सहयोग और उनकी अनुपस्थिति में सभी कार्यों को स-समय पूरा करना।

विज्ञान एवं पुस्तकालय मंत्री/उप विज्ञान एवं पुस्तकालय मंत्री के कार्य एवं दायित्व

  • बच्चों में पुस्तकालय की किताबें पढ़ने की आदत डलवाना।
  • विद्यालय के पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की सूची बनाना।
  • पुस्तकों को विद्यालय के किसी निश्चित स्थान पर बच्चों की पहुँच तक रखा जाना चाहिए।
  • इसे प्रधानाध्यापक कक्ष में रस्सी से लटका कर रखा जा सकता है या पुस्तकालय की घंटी में वर्ग कक्ष में इसे कोने में रखवाया जा सकता है।
  • अगर बच्चे पुस्तक घर ले जाना चाहते हो, तो उन्हें मंत्री द्वारा खास समय के लिए ले जाने देना।

Rajasthan Office Related Format | कार्यालय उपयोग सम्बन्धी प्रपत्र और फॉर्म


बच्चों में उनकी जिम्मेदारियों को पूर्ण करने हेतु समय-समय पर उनके कार्यों का अवलोकन विश्लेषण तथा सहयोग प्रदान करें विश्लेषण के आधार पर जिम्मेदारियों को बांटते समय बच्चों का बदल-बदल कर चयन करें, बच्चों को निम्नलिखित गतिविधियों से जोड़ा जा सकता है प्रार्थना योग एवं व्यायाम विद्यालय प्रांगण की स्वच्छता पेयजल व्यवस्था एवं शौचालय मूत्रालयओं का प्रयोग कक्षा की क्रियाएं तथा अनुशासन मध्यान भोजन वितरण व्यवस्था, मीना की कहानियों एवं पुस्तकालय की किताबों का वितरण, एवं सहा। खेल एवं शिक्षण कार्य आदि बच्चों को बच्चों के द्वारा जिम्मेदारियां सौंपना। Know Children’s Parliament: Structure and Responsibilities

बाल संसद में निम्नांकित मंत्रिमंडल का सृजन किया गया है-

1प्रधानमंत्रीसर्वांगीण विकास एवं नेत्रत्व की भावना विकसित करना।
2स्वस्थ्य मंत्रीप्रत्येक बच्चे के प्रति ध्यान देने और स्वास्थ्य संबंधी देखभाल को सीखना और उपयोग करना साथ ही विद्यालय एवं समाज में सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना।
स्वच्छता मंत्रीप्रत्येक बच्चे को व्यक्तिगत एवं सामूहिक सफाई एवं स्वच्छता को सीखने और उपयोग करने के योग्य बनाना साथ ही दूसरों की सहायता करना।
4सुरक्षा एवं न्याय मंत्रीप्रत्येक बच्चे को सुरक्षा संबंधी कानूनों एवं मूल तत्वों की जानकारी देना साथ ही दूसरों को भी व्यक्तिगत सामाजिक प्राकृतिक घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करना।
5पोषण मंत्रीप्रत्येक बच्चे को पोषक तत्वों की जानकारी देना खाद्य सुरक्षा प्रदान करने व कानून की जानकारी देना।
6उपस्थिती मंत्रीहर बच्चे को स्कूल पसंद आए, वह प्रतिदिन स्कूल आने एवं विभिन्न क्रियाकलापों में भाग लें उसके प्रति प्रेरित करना और विद्यार्थियों के विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करना।
7शिक्षा मंत्रीहर बच्चे को तीन मूल तत्व पढ़ना लिखना गणितीय संक्रियाएं में पारंगत करने योग्य बनाना, हर बच्चा इसमें रुचि ले और विभिन्न विषयों एवं रचनात्मक क्षेत्रों की जानकारी हेतु सृजनशीलता में सहभागी बनाना ताकि हर बच्चा विषय वस्तु को समझे।
8कौशल विकास मंत्रीविद्यालय वर्ग, कक्षा, दीवारों, बगीचों और पूरे स्कूल एवं उसके विभिन्न विभागों को आकर्षक व्यवस्थित एवं उपयोगी बनाना।
9पर्यवरण मंत्रीबच्चों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता का विकास करना।
10खेल कूद एवं सांस्कृतिक मंत्रीहर बच्चे को इस योग बनाना कि वह खेलकूद में भाग ले सके सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग ले सकें एवं अपने रुचि और कौशल का प्रयोग कर पूरी ऊर्जा के साथ इसमें आगे बढ़ सके।
11सूचना एवम संपर्क मंत्रीहर बच्चे को शिक्षा के उद्देश्य एवं लक्ष्य को समझने योग्य बनाना और सृजनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना बाल अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना तथा रचनात्मक गतिविधियों के द्वारा विचारों को व्यक्त करने में सहायता प्रदान करना।
12पुस्तकालय मंत्रीछात्रों मे पठन के प्रति रुचि उत्पन्न करना।
Bal Sansad: Structure and Responsibilities
Bal Sansad: Structure and Responsibilities

Bal Sansad: Structure and Responsibilities बाल संसद मार्गदर्शिका PDF

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बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी

बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी

kishori mela 2023 24 important information / किशोरी मेला 2023 24 बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी : नमस्कार मित्रो यहाँ इस आर्टिकल में हमारी शिक्षा जगत की टीम ने आपके लिए इस वर्ष होने वाले किशोरी मेला के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आई हैं | इस आर्टिकल में आप जान पायेंगे कि विद्यालयों में किशोरी मेला (kishori mela 2023 24 important information) के अंतर्गत क्या क्या गतिविधि करनी हैं? और क्या क्या निर्देश हैं ? साथ ही किस प्रकार विद्यालयों में यह मेला आयोजित करवाया जाता हैं ?

kishori mela 2023 24 important information / Kishori Scholastic Fest 2023 24

यहाँ हम स्कुल शिक्षा परिषद जयपुर और विभिन्न जिला शिक्षा अधिकारी / ADPC द्वारा जारी लेटर से प्राप्त जानकारी को संकलित करके आप तक शेयर कर रहे हैं | इस आलेख को लिखने में हमने पूर्ण सावधानी रखी हैं फिर भी आप शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश और प्रसंगो का अनुसरण करें,

kishori mela 2023 24 important information / किशोरी मेला 2023 24 बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी
kishori mela 2023 24 important information / किशोरी मेला 2023 24 बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी

प्रासंगिक पत्रानुसार सत्र 2023-24 के लिये समस्त सीआरसी पीईईओ/यूसीईओ क्षेत्र में किशोरी मेले का आयोजन किया जाना है, पीईईओ/यूसीईओ क्षेत्र के सभी विद्यालयों के छात्रों की सहभागिता सुनिश्चित करवाना है। जिस हेतु तिथियां एवं कार्य निम्नानुसार रहेंगे:-

कार्यक्रम की संभावित दिनांकसहभागिता गतिविधि का स्तर
अगस्तविद्यालयबच्चों को किशोरी शैक्षिक उत्सव के आयोजन के संबंध में अवगत कराना।
इच्छुक बालिकाओं (एकल) एवं बालक-बालिकाओं (सामुहिक) का प्रोजेक्ट चिहिन्त करना।
बच्चों द्वारा मॉडल/गतिविधि की सम्पूर्ण तैयारी करना।
(बच्चों द्वारा स्टॉल हेतु मॉडल/गतिविधि की पूर्व प्रस्तुति)
1-16 सितम्बर 2023 सीआरसी पीईईओ/ यूसीईईओ द्वारा सीआरसी स्तर पर चयनित कमेटी द्वारा समस्त प्रस्तुतियों की समीक्षा कर प्रत्येक जोन से प्रथम-हिन्दी/अंग्रेजी, द्वितीय-विज्ञान/गणित, तृतीय-सामान्य विज्ञान/पर्यावरण को चिन्हित करना।
प्रारम्भिक एवं माध्यमिक श्रेणी में तीन जोन के अन्तर्गत भाग लेने वाले समस्त छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन-पत्र एवं प्रथम तीन स्टॉल/प्रस्तुति की प्रशस्ति-पत्र।
18-30 सितम्बर 2023ब्लॉक सीआरसी से प्राप्त समस्त प्रथम प्रस्तुतियों की ब्लॉक स्तर पर चयनित कमेटी द्वारा समीक्षा एवं प्रत्येक तीनों जोन के अन्तर्गत श्रेष्ठ तीन प्रस्तुतियों का चयन एवं जिले हेजु भेजा जाना।
ऽ प्रारम्भिक एवं माध्यमिक श्रेणी में तीनों जोन के अन्तर्गत प्रथम तीन प्रस्तुतियों की पुरस्कार।
11 अक्टूबर 2023जिला सभी ब्लाॅक से प्राप्त श्रेष्ठ प्रस्तुतियों की समीक्षा करते हुए तीनों जोन में प्रथम तीन प्रस्तुतियों का चयन एवं राज्य स्तर पर भेजा जाना।
प्रारम्भिक एवं माध्यमिक श्रेणी में तीनों जोन के अन्तर्गत प्रथम तीन प्रस्तुतियों को पुरस्कार।
24 जनवरी 2024राज्यसभी जिले से प्राप्त श्रेष्ठ प्रस्तुतियों की समीक्षा करते हुए प्रारम्भिक एवं माध्यमिक श्रेणी में तीनों जोन से प्रथम तीन प्रस्तुत का चयन।

सभी सीआरसी पीईईओ/यूसीईओ से अपेक्षा है कि वे विभिन्न नवाचारों का प्रयोग करते हुए मॉडल/गतिविधि/प्रस्तुति को तैयार करें। प्रत्येक विद्यालय सभी बच्चों को प्रोत्साहित करेगा जिसमें शिक्षक बच्चों को गाईडेन्स भी प्रदान करेंगे। विद्यालय बच्चों को आवश्यक सामग्री को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेगा।

सभी जोन में बच्चों द्वारा की जाने वाली प्रस्तुति को शैक्षिक मेले में प्रदर्शित किये जाने वाली स्टॉल के रूप में दिखाया जाये। जिसमें शिक्षक एवं प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्रा सम्मिलित होंगे।

विद्यालय स्तर पर मीना-राजू मंच एवं गार्गी मंच के संबंध मे विस्तृत जानकारी यहाँ से देखें – CLICK HERE

प्रारम्भिक श्रेणी एवं माध्यमिक श्रेणी में तीन जोन निम्नानुसार होंगे –

(1) प्रारम्भिक श्रेणी (उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए)

जोन-1जोन-2जोन-3
हिन्दी/अंग्रेजीगणित/विज्ञानसामाजिक विज्ञान एवं समसामयिक परिप्रेक्ष्य में, फन एक्टिविटी आधारित अन्य स्टॉल/स्वास्थ्य एवं हाईजीन/बाल अधिकार एवं सुरक्षा

(2) माध्यमिक/उच्च माध्यमिक श्रेणी (उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए)

जोन-1जोन-2जोन-3
हिन्दी/अंग्रेजी दस्तावेजों पर समझगणित/विज्ञान स्कॉलरशिप एवं योजनाएंसामाजिक विज्ञान एवं समसामयिक परिप्रेक्ष्य में करियर की तैयारी/बाल अधिकार एवं सुरक्षा एवं फन एक्टिविटी आधारित अन्य स्टॉल

(नोट:- उक्त गतिविधि के अन्तर्गत विद्यार्थी किसी भी एक जोन की गतिविधि में भाग ले सकता है)
उपरोक्त गतिविधि के आयोजन हेतु निम्नानुसार आवश्यक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चिित करेंगे|

MUST CHECK THESE OTHERS BUDGET PROGRAM :-

उपरोक्त गतिविधि के आयोजन हेतु निम्नानुसार आवश्यक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करेंगें:-

  • किशोरी शैक्षिक उत्सव (किशोरी मेला) 2023-24 – अकादमिक मेला और करियर एवं आजिविका उपार्जन का आयोजन किया जाना है। इस हेतु ब्लॉक स्तर पर समस्त विद्यालयों को सीआरसी पीईईओ/यूसीईईओ के नेतृत्व में अपने विद्यालय क्षेत्र में बच्चों को स्टॉल तैयार करने हेतु प्रेरित करें। प्रतिभागियों की प्रस्तुति, पोस्टर, मॉडल, वीडियो, फोटोग्राफ्स, गेम्स, पहेली जैसे अनेक माध्यमों से की जा सकेगी।
  • बच्चों को मॉडल/स्टॉल निर्माण में आवश्यक सामग्री हेतु प्रत्येक सीआरसी पीईईओ/यूसीईईओ (शहरी एवं ग्रामीण) क्षेत्र के समस्त विद्यालयों हेतु एक मुश्त राशि प्रति सीआरसी 5500/- रूपए देय होगी। इस राशि का उपयोग मेले में सामुहिक रूप से लगाई जाने वाली स्टॉल, स्टेशनरी इत्यादि एवं साज-सज्जा हेतु किया जा सकेगा।
  • सभी इच्छुक विद्यार्थी इसमें प्रतिभाग कर सकेंगे। एकल प्रस्तुति हेतु केवल बालिकाएं एवं सामुहिक प्रस्तुति में छात्र एवं छात्राएं दोनों भाग ले सकेंगे।
  • प्रारम्भिक एवं माध्यमिक श्रेणी में तीनों जोन में से श्रेष्ठ प्रस्तुतियों के चयन हेतु प्रत्येक स्तर पर – (सीआरसी पीईईओ/यूसीईईओ, ब्लॉक स्तर) निर्णायक समिति का गठन किया जाये।

श्रेष्ठ प्रस्तुति के चयन के लिए निर्णायक समिति निम्न बिन्दु अनुसार मूल्यांकन करेगी –

विवरण अंकभार
स्टॉल की थीम, अवधारणा  की स्पष्टता50
प्रस्तुतिकरण20
नवाचारी का प्रयोग20
तकनीक का प्रयोग10
कुल अंक100
  • उत्सव के आयोजन हेतु सभी स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। जिसमें एसडीएमसी/एसएमसी के सहयोग भी लिया जा सकता है तथा इस हेतु व्हाट्सअप ग्रुप, बैनर, फ्लैक्स, स्थानीय समाचार पत्र आदि का उपयोग किया जा सकता है।
  • ब्लॉक स्तर पर पूरी प्रक्रिया का सम्पूर्ण डॉक्यूमेन्टेशन कर जिला कार्यालय को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
  • बच्चों की प्रस्तुतियों का विद्यालय/ब्लॉॅक/जिला स्तर पर विडियो बनाकर जिला कार्यालय से समझा किया जाएगा। इसमें मूल प्रस्तुति से छेड़छाड़ नहीं की जाये।
  • प्रत्येक स्तर पर किये गये कार्य की रिपोर्ट जिला कार्यालय को कार्य समाप्ति पर भेजी जावे।

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ब्लॉक स्तरीय किशोरी शैक्षिक उत्सव वित्तीय प्रावधान

SR. NOविवरणबजट प्रावधान
1पीईईओ/यूसीईओ हेतु प्रावधान छात्रों द्वारा मॉडल निर्माण के सामग्री क्रय हेतु एवं सहभागिता प्रमाण-पत्र सभी संभागियों हेतु पीईईओ/यूसीईओ द्वारा स्टेशनरी सामग्री एवं नोडल हेतु विद्यार्थियों को सामग्री प्रदान करना एवं स्टॉल और टेंट की व्यवस्था हेतु।5500/- प्रति सीआरसी पीईईओ/यूसीईओ (शहरी व ग्रामीण)
बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम किशोरी शैक्षिक उत्सव 2023 24 महत्वपूर्ण जानकारी

नोट:- प्रति ब्लॉक कुल 9000/- रूपये की राशि प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा से तीनों केटेगिरी में पुरस्कार राशि 6000/- रूपये उपरोक्त अनुसार एवं 3000/- रूपये की राशि उत्सव आयोजन हेतु (जिसमें आयोजन संबंधी व्यवस्थायें, सर्टिफिकेट इत्यादि) हेतु जारी की जा रही है।

किशोरी मेले हेतु स्वीकृत राशि निम्न शर्तों के अधीन प्रदान की जाती है:-

  • जिस मद के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है व्यय उसी मद में किया जाए।
  • उपयोगिता प्रमाण पत्र निर्धारित प्रारूप में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
  • राशि का उपयोग योजना के दिशा-निर्देश, विŸाीय नियमों की पूर्ण पालना करते हुए नियमानुसार किये जायें।

यहाँ हम स्कुल शिक्षा परिषद जयपुर और विभिन्न जिला शिक्षा अधिकारी / ADPC द्वारा जारी लेटर से प्राप्त जानकारी को संकलित करके आप तक शेयर कर रहे हैं | इस आलेख को लिखने में हमने पूर्ण सावधानी रखी हैं फिर भी आप शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश और प्रसंगो का अनुसरण करें|

किसी भी त्रुटी के लिए शाला सुगम जिम्मेदारी नही हैं |

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